एक ही चेहरा हमें बस याद आये
दर्द का एहसास जब भी याद आये
भीतरी कोनेसे उठकर रो पडा गम
आँसुओ में मुस्कुराना याद आये
ढूंढ के हम थक गए दिल को हमारे
प्यार का उठता जनाज़ा याद आये
भूलके भी रात को सोते नहीं जब
ख्व़ाब को दिल से मिटाना याद आये
तरसा किये थे आपके दीदार को हम
यादको ही याद करना याद आये
दर्द का एहसास जब भी याद आये
भीतरी कोनेसे उठकर रो पडा गम
आँसुओ में मुस्कुराना याद आये
ढूंढ के हम थक गए दिल को हमारे
प्यार का उठता जनाज़ा याद आये
भूलके भी रात को सोते नहीं जब
ख्व़ाब को दिल से मिटाना याद आये
तरसा किये थे आपके दीदार को हम
यादको ही याद करना याद आये
---आदित्य देवधर
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