कोयल कूक लगायेगी और
तितली भी मंडरायेगी
फूल खिला है आंगन में
हर सांस महकसी जायेगी
हर सावन पिछला रुखा था
कुछ गीला था कुछ सूखा था
अब बारिश ऐसे आयेगी
बस खुशियाँही बरसायेगी
बूंद बूंदसे गीत गिरेगा
गीत गीत से मन झूमेगा
प्यारी बतिया लोरी बनके
किन सपनोंमें खो जायेंगी
चांद सितारे रातोंको
एक नयी कहानी लायेंगे
नन्ही कोमल एक परी
मीठीसी गुनगुन गायेगी
प्यार भरी बूंदोंकी झालर
गालोंपरसे आ फिसलेगी
नन्ही नाजुक एक कली जब
पंखुडीयोंको फैलायेगी
आदित्य
तितली भी मंडरायेगी
फूल खिला है आंगन में
हर सांस महकसी जायेगी
हर सावन पिछला रुखा था
कुछ गीला था कुछ सूखा था
अब बारिश ऐसे आयेगी
बस खुशियाँही बरसायेगी
बूंद बूंदसे गीत गिरेगा
गीत गीत से मन झूमेगा
प्यारी बतिया लोरी बनके
किन सपनोंमें खो जायेंगी
चांद सितारे रातोंको
एक नयी कहानी लायेंगे
नन्ही कोमल एक परी
मीठीसी गुनगुन गायेगी
प्यार भरी बूंदोंकी झालर
गालोंपरसे आ फिसलेगी
नन्ही नाजुक एक कली जब
पंखुडीयोंको फैलायेगी
आदित्य
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